Madhu Arora

Add To collaction

चाट पापड़ी

चाट पापड़ी
नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाए,
चाट पापड़ी की महिमा बरनी ना जाए।
टिक्की करारी सी मन को भाती रही,
पापड़ी भी हरदम याद आती रही।
दही भल्ले ने किया बड़ा कमाल,
बुढ़ापे में पेट भरे हमारा जनाब।
आलू की चाट भी कहां पीछे रही,
गरमा गरम चटपटी याद आती रही।
गोलगप्पा भी पीछे कहां रह पाया,
नाम सुनते ही मुंह में पानी था आया।
तिकोना सा समोसा करता कमाल,
आलू से बना वह तो बेमिसाल।
शान पिक्चरों की बढ़ाता रहा।।
शालू और आलू का मिलन कराता रहा।
भूख मिटा दे सारी, कर लो समोसे की तैयारी।
पेट भरे डकार आ जाए प्यारी,
चाट मन भाए दुनिया को सारी।
उसमें जो बात और है कहांँ
किससे निभाए अब  यारी यहां
             रचनाकार ✍️
              मधु अरोरा
          18.2.2023

   19
5 Comments

Renu

19-Feb-2023 06:20 PM

👍👍🌺

Reply

Wahhhh बहुत ही उम्दा सृजन,,, क्या कहने जी Outstanding

Reply

Milind salve

19-Feb-2023 01:25 AM

शानदार

Reply